LPG Cylinder Price – मई की शुरुआत व्यापार जगत और छोटे व्यवसायों के लिए अच्छी खबर के साथ हुई है। 1 मई 2025 से पूरे देश में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम घटा दिए गए हैं। होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा और खानपान से जुड़े व्यवसायों को इस कटौती से सीधी राहत मिली है। जहां एक ओर महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ रखी है, वहीं सिलेंडर की कीमतों में आई यह थोड़ी राहत जरूर सुकून देती है।
कितनी हुई कटौती?
सरकारी तेल कंपनियों ने कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में करीब ₹14.5 से ₹17 तक की कमी की है। यह कटौती अलग-अलग शहरों में अलग मात्रा में हुई है लेकिन औसतन एक सिलेंडर पर 15 रुपये की राहत मिली है।
- दिल्ली: ₹1762 से घटकर ₹1747
- मुंबई: ₹1716 से घटकर ₹1699
- कोलकाता: ₹1865 से घटकर ₹1851
- चेन्नई: ₹1923 से घटकर ₹1906
इससे यह साफ है कि जहां व्यावसायिक उपयोगकर्ता पहले हर महीने हजारों रुपये गैस पर खर्च कर रहे थे, अब उन्हें थोड़ी राहत मिल सकती है।
घरेलू सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं
जहां कमर्शियल उपभोक्ताओं को राहत दी गई है, वहीं घरेलू उपभोक्ताओं के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया है। दिल्ली में 14.2 किलोग्राम का घरेलू गैस सिलेंडर अभी भी ₹853 में ही मिल रहा है। यानी आम आदमी को अभी भी राहत के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा।
होटल और रेस्टोरेंट को बड़ा फायदा
कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम घटने से सबसे ज्यादा फायदा होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा और फूड इंडस्ट्री को होगा। ये संस्थान रोजाना सिलेंडर का भारी मात्रा में उपयोग करते हैं। एक अनुमान के अनुसार, मध्यम आकार का रेस्टोरेंट एक महीने में कम से कम 15 से 20 सिलेंडर खर्च करता है। ऐसे में ₹15 की कटौती से भी उनकी मासिक लागत में ₹300 से ₹500 की बचत हो सकती है। बड़े रेस्टोरेंट चेन और फाइव स्टार होटलों की बात करें तो उन्हें हजारों रुपये की बचत हो सकती है।
छोटे व्यापारियों को भी राहत
ढाबा संचालक, सड़क किनारे फूड स्टॉल लगाने वाले विक्रेता और छोटी खाने-पीने की दुकानों को भी इस कटौती से राहत मिलेगी। महंगाई और इनपुट कॉस्ट बढ़ने के कारण पहले से ही ये व्यवसाय संघर्ष कर रहे थे, ऐसे में यह कटौती उनके लिए संजीवनी बन सकती है।
आम उपभोक्ताओं पर क्या असर पड़ेगा?
सीधे तौर पर देखा जाए तो घरेलू उपभोक्ताओं के लिए कोई राहत नहीं है, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से इसका असर हो सकता है। होटल और रेस्टोरेंट अपनी लागत में कमी के चलते ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ नहीं डालेंगे। यानी मेनू की कीमतें स्थिर रह सकती हैं या बढ़ोतरी की संभावना कम हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
एलपीजी सिलेंडर की कीमतें हर महीने तेल कंपनियों द्वारा रिव्यू की जाती हैं। यह कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति और अन्य वैश्विक फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं। इस बार की कटौती की बड़ी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी के दामों में मामूली गिरावट और रुपये की स्थिरता बताई जा रही है।
उज्ज्वला योजना के लाभ
देश में कुल 32.9 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से करीब 10.33 करोड़ लाभार्थी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से जुड़े हुए हैं। इन लाभार्थियों को सरकार की ओर से प्रति सिलेंडर ₹300 तक की सब्सिडी दी जाती है। यानी जो लोग इस योजना के अंतर्गत आते हैं, उन्हें घरेलू सिलेंडर की कीमत पर सीधी राहत मिलती है। सरकार ने 2025-26 के बजट में एलपीजी सब्सिडी के लिए ₹11,100 करोड़ का प्रावधान किया है।
आगे क्या उम्मीद की जाए?
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में घरेलू गैस की कीमतों में स्थिरता बनी रह सकती है, लेकिन इसमें कोई बड़ी कटौती तभी संभव है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट आए या सरकार कोई विशेष राहत पैकेज लेकर आए।
गर्मियों में गैस की मांग आमतौर पर थोड़ी घट जाती है, जिससे संभावना है कि आने वाले महीने में भी कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें काबू में रहें। हालांकि वैश्विक राजनीतिक स्थिति और युद्ध जैसी अनिश्चितताएं कीमतों पर असर डाल सकती हैं।
कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में यह मामूली लेकिन अहम कटौती निश्चित रूप से कारोबारियों और छोटे व्यवसायों के लिए फायदेमंद है। हालांकि घरेलू उपभोक्ताओं को अभी और राहत का इंतजार करना होगा। सरकार की नजर महंगाई पर बनी हुई है और आगे अगर अंतरराष्ट्रीय हालात अनुकूल रहे, तो घरेलू गैस उपभोक्ताओं को भी सस्ते सिलेंडर की सौगात मिल सकती है।