EPFO Minimum Pension – पिछले कुछ समय से EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। चर्चा है कि मई 2025 से EPS-95 योजना के तहत न्यूनतम पेंशन ₹7500 प्रति माह कर दी जाएगी। अगर ऐसा होता है तो यह फैसला लाखों पेंशन धारकों के जीवन में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि यह बदलाव क्यों जरूरी है, इसका लाभ किसे मिलेगा और इसकी वर्तमान स्थिति क्या है।
क्या है EPFO की न्यूनतम पेंशन स्कीम?
EPFO की पेंशन योजना जिसे EPS-95 कहा जाता है, 1995 में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य यह था कि संगठित क्षेत्र में लंबे समय तक काम कर चुके कर्मचारी रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित मासिक पेंशन पा सकें। फिलहाल इस योजना के तहत न्यूनतम पेंशन ₹1000 प्रति माह दी जा रही है, जो 2014 में तय की गई थी और तब से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ।
पेंशन बढ़ाने की मांग क्यों उठ रही है?
आज की तारीख में ₹1000 की पेंशन से एक व्यक्ति का गुजारा करना नामुमकिन सा हो गया है। बिजली का बिल, गैस, राशन, दवाइयां, डॉक्टर की फीस – इन सभी खर्चों के सामने ₹1000 की राशि कुछ भी नहीं लगती। यही वजह है कि कर्मचारी संगठनों और पेंशनर्स ने सरकार से बार-बार आग्रह किया है कि न्यूनतम पेंशन को बढ़ाकर ₹7500 किया जाए। यह मांग कई वर्षों से चली आ रही है, लेकिन अब जाकर इस पर गंभीरता से विचार हो रहा है।
क्या मई 2025 से लागू होगा नया नियम?
अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन खबरों के मुताबिक श्रम मंत्रालय और वित्त मंत्रालय इस पर काम कर रहे हैं। यह प्रस्ताव वित्त वर्ष 2025 के बजट से जुड़ा हो सकता है और उम्मीद की जा रही है कि मई 2025 से यह नया नियम लागू हो सकता है। सरकार फिलहाल इसकी व्यवहार्यता और खर्च का आकलन कर रही है।
किन लोगों को मिलेगा इस बदलाव का फायदा?
अगर पेंशन ₹7500 हो जाती है तो इसका सीधा फायदा उन लोगों को मिलेगा जो EPS-95 योजना के तहत आते हैं। इसमें वे कर्मचारी शामिल हैं जिन्होंने किसी सरकारी या निजी संगठन में कम से कम 10 साल काम किया हो और 58 वर्ष की उम्र के बाद रिटायर हुए हों। साथ ही जिनका EPF और EPS अकाउंट लंबे समय तक सक्रिय रहा हो, वे भी इस लाभ के पात्र होंगे।
पेंशन बढ़ने से क्या होंगे फायदे?
- पेंशनर्स को राहत – जीवनयापन के लिए पर्याप्त राशि मिलेगी, जिससे सम्मानपूर्वक जीवन जीना आसान होगा।
- परिवार पर बोझ कम – बुजुर्गों को अपने बच्चों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
- सरकार की छवि बेहतर – समाज के कमजोर वर्ग को समर्थन देकर सरकार की सामाजिक छवि मजबूत होगी।
- सामाजिक संतुलन में सुधार – बुजुर्गों की आर्थिक सुरक्षा समाज में सम्मान की भावना को बढ़ाएगी।
अब आम लोग क्या करें?
जब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं होती, तब तक लोगों को संयम रखना चाहिए। जो भी EPFO सदस्य हैं या जिनके परिवार में कोई पेंशनर है, उन्हें अपने दस्तावेज अपडेट रखने चाहिए और समय-समय पर EPFO की वेबसाइट या लोकल ऑफिस से जानकारी लेते रहनी चाहिए।
- अपने EPS और EPF खाते की जानकारी अपडेट रखें
- डिजिटल माध्यम से पेंशन स्टेटमेंट चेक करें
- सरकारी योजनाओं और घोषणाओं की खबरों पर नजर रखें
अगर मई 2025 से न्यूनतम पेंशन ₹7500 हो जाती है, तो यह न सिर्फ आर्थिक राहत होगी बल्कि बुजुर्गों के लिए आत्मसम्मान का विषय भी होगा। यह एक ऐसा कदम है जिसका सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द इस पर अंतिम फैसला ले और देश के करोड़ों पेंशनर्स को राहत दे।