EPFO Latest Update – बचत करना हर नौकरीपेशा इंसान के लिए जरूरी होता है और अगर आप सरकारी या प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं तो आपके लिए EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन एक जबरदस्त सहारा है। बहुत से लोग EPF में सिर्फ इतना जानते हैं कि हर महीने सैलरी से थोड़ा पैसा कटता है और कंपनी भी कुछ जोड़ती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही पैसा रिटायरमेंट तक करोड़ों में बदल सकता है अगर आप सही तरीके से और लंबे समय तक काम करते हैं?
आज हम आपको एक आसान और हल्की भाषा में बताएंगे कि अगर आपकी बेसिक सैलरी पच्चीस हजार रुपये है तो रिटायरमेंट तक आप एक करोड़ से भी ज्यादा जमा कर सकते हैं और कैसे ये पूरा फंड तैयार होता है। साथ ही यह भी समझेंगे कि इसमें क्या खास फायदे मिलते हैं और इसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।
EPFO क्या करता है?
EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन भारत सरकार की एक स्कीम है जो प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह के कर्मचारियों के लिए भविष्य में आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करता है। इसमें हर महीने आपकी सैलरी का एक हिस्सा और कंपनी का भी उतना ही हिस्सा मिलाकर आपके खाते में जमा होता है। इस जमा पर सरकार ब्याज भी देती है जो फिलहाल करीब आठ प्रतिशत से थोड़ा ज्यादा है।
सैलरी पच्चीस हजार रुपये हो तो कितना पैसा मिलेगा?
अगर आपकी मौजूदा उम्र तीस साल है और आपकी बेसिक सैलरी पच्चीस हजार रुपये है, तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि रिटायरमेंट के समय यानी साठ साल की उम्र में आपके पीएफ खाते में कितना बड़ा अमाउंट जमा हो सकता है। अगर आपकी सैलरी में हर साल सात प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है, तो पीएफ फंड लगभग एक करोड़ छप्पन लाख रुपये तक पहुंच सकता है।
यह आंकड़ा सुनने में भले ही बड़ा लगे लेकिन असल में ये एकदम सटीक कैलकुलेशन पर आधारित है। ऐसा इसलिए क्योंकि हर महीने आपके और कंपनी की ओर से करीब तीन हजार रुपये जमा होते हैं और साल दर साल ये राशि भी बढ़ती है। साथ ही उस पर मिलने वाला कंपाउंड ब्याज इस फंड को और भी तेजी से बढ़ाता है।
अगर उम्र 25 साल हो तब?
अब मान लीजिए आप अभी पच्चीस साल के हैं और आपकी सैलरी भी पच्चीस हजार रुपये है। अगर हर साल सैलरी में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है, तो रिटायरमेंट तक आपका फंड करीब एक करोड़ पचानवे लाख रुपये तक पहुंच सकता है। यानी जितनी जल्दी नौकरी शुरू करेंगे और EPF में पैसा जमा करेंगे, उतना ही बड़ा फायदा मिलेगा।
EPF में पैसा कैसे जमा होता है?
जब आप किसी कंपनी में नौकरी शुरू करते हैं तो आपकी बेसिक सैलरी का बारह प्रतिशत हिस्सा हर महीने EPF में जाता है। इसी तरह कंपनी भी लगभग बारह प्रतिशत योगदान करती है, जिसमें से कुछ हिस्सा पेंशन स्कीम के तहत EPS में चला जाता है। इसका मतलब है कि आपका फंड लगातार हर महीने बढ़ता रहता है।
ब्याज कैसे मिलता है?
EPFO हर साल अपने मेंबर्स के जमा फंड पर ब्याज देता है। अभी ये ब्याज दर लगभग आठ दशमलव एक प्रतिशत के आसपास है, लेकिन यह सरकार के फैसले और आर्थिक हालातों के हिसाब से थोड़ा ऊपर नीचे होता रहता है। अच्छी बात ये है कि ब्याज कंपाउंड होता है यानी आपके पिछले साल के ब्याज पर भी इस साल ब्याज मिलेगा।
कब निकाल सकते हैं पैसे?
अगर आपको किसी कारणवश रिटायरमेंट से पहले पैसों की जरूरत हो तो आप EPF से पैसा निकाल सकते हैं। इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं, जैसे शादी, मेडिकल इमरजेंसी, घर खरीदने या बनवाने के लिए और बच्चों की पढ़ाई के लिए आप आंशिक पैसा निकाल सकते हैं। और अगर आप दो महीने से ज्यादा बेरोजगार रहते हैं तो आप पूरा पीएफ फंड भी निकाल सकते हैं।
EPF के अन्य फायदे
- पेंशन का लाभ – EPS के तहत पेंशन भी मिलती है।
- टैक्स फ्री रिटर्न – EPF पर मिलने वाला ब्याज और मूलधन टैक्स से पूरी तरह छूट प्राप्त करता है।
- लाइफ कवर – EPFO के तहत EDLI स्कीम से एक तरह का बीमा कवर भी मिलता है जिसमें कर्मचारी की मृत्यु होने पर नॉमिनी को रकम मिलती है।
- सेफ इन्वेस्टमेंट – शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से अलग, EPF में निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
अगर आप युवा हैं और आपकी सैलरी अभी कम है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। EPF का कमाल समय के साथ दिखता है। जितना ज्यादा वक्त आप इसमें निवेश करेंगे, उतना बड़ा फंड तैयार होगा। कोशिश करें कि सैलरी बढ़ने के साथ EPF योगदान को भी वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड के जरिए बढ़ाते रहें ताकि रिटायरमेंट पर मोटा पैसा मिल सके।