Electricity Bill Reduce – गर्मियों का मौसम आते ही जैसे ही पंखे, कूलर और एसी चालू होते हैं, वैसे ही बिजली का बिल भी तेजी से बढ़ने लगता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ ये बड़े-बड़े इलेक्ट्रॉनिक आइटम ही आपकी जेब पर भारी नहीं पड़ते, बल्कि कुछ छोटी-छोटी आदतें भी आपके बिजली के बिल को बेवजह बढ़ा देती हैं।
अगर आप भी हर महीने भारी भरकम बिजली का बिल देखकर परेशान हो जाते हैं, तो हो सकता है कि इसकी वजह आपके घर में हो रही कुछ आम गलतियां हों जिनका आपको पता भी नहीं होता। आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी चीजें जो आप रोज करते हैं और जो आपके बिजली के खर्च को बढ़ा रही हैं।
चार्जर को प्लग में छोड़ देना – एक आम और महंगी गलती
हम में से ज्यादातर लोग अपने फोन या लैपटॉप चार्ज करने के बाद भी चार्जर को प्लग में ही छोड़ देते हैं। ये सोचकर कि जब तक डिवाइस चार्ज नहीं हो रहा, तब तक बिजली की खपत नहीं हो रही। लेकिन हकीकत कुछ और है।
जब चार्जर प्लग में लगा रहता है और स्विच ऑन होता है, तब वह थोड़ी मात्रा में बिजली खींचता रहता है। भले ही उससे कोई डिवाइस जुड़ा न हो। इसे ही ‘फैंटम लोड’ कहा जाता है।
अगर आप सोच रहे हैं कि इतनी थोड़ी सी बिजली से क्या फर्क पड़ेगा, तो एक बार सोचिए कि आपके घर में कितने चार्जर और डिवाइस हर वक्त लगे रहते हैं। महीने के हिसाब से ये अच्छी खासी यूनिट खा जाते हैं और बिल बढ़ा देते हैं।
फास्ट चार्जिंग – सुविधाजनक लेकिन खर्चीली
आजकल सबको फास्ट चार्जिंग चाहिए। एक घंटे में फोन पूरा चार्ज हो जाए, यही सबकी ख्वाहिश होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फास्ट चार्जिंग वाले चार्जर सामान्य चार्जर के मुकाबले ज्यादा बिजली की खपत करते हैं।
अगर आप इन्हें बार-बार इस्तेमाल करते हैं और फिर भी प्लग से नहीं निकालते, तो बिजली का खर्च और बढ़ जाता है। यानी सुविधा तो मिल रही है, लेकिन उसकी कीमत हर महीने बिजली के बिल में झलकती है।
सिर्फ चार्जर नहीं, बाकी डिवाइस भी चुपचाप बिजली खा रहे हैं
घर में टीवी, माइक्रोवेव, वॉशिंग मशीन, डीटीएच सेट-टॉप बॉक्स, कंप्यूटर – ये सब जब स्टैंडबाय मोड में होते हैं, तो भी बिजली की खपत करते हैं।
इनमें से कुछ डिवाइस हर वक्त ऑन रहने के लिए थोड़ी-थोड़ी बिजली खींचते रहते हैं। इस स्थिति को ‘वेंपायर एनर्जी’ कहा जाता है, क्योंकि ये बिना दिखे आपकी जेब से पैसे खींचते रहते हैं।
बिजली बचाने के आसान तरीके – जिन्हें अपनाना बेहद आसान है
अब सवाल उठता है कि इस बढ़ते हुए बिल से कैसे निपटा जाए। इसके लिए किसी बड़ी तकनीक की जरूरत नहीं, बल्कि कुछ आसान सी आदतें हैं जिन्हें अपनाकर आप अच्छे खासे पैसे बचा सकते हैं।
- सबसे पहले, जब किसी डिवाइस का काम खत्म हो जाए, तो उसका स्विच बंद करें और प्लग निकालें।
- पावर स्ट्रिप का इस्तेमाल करें जिससे एक साथ कई डिवाइस का कनेक्शन बंद किया जा सके।
- स्मार्ट प्लग या टाइमर वाले प्लग का इस्तेमाल करें जिससे आप समय तय कर सकें कि कब कौन सा डिवाइस बंद हो जाए।
- एलईडी बल्ब का इस्तेमाल करें क्योंकि ये कम बिजली खपत करते हैं और लंबे समय तक चलते हैं।
- अगर आप नए डिवाइस खरीदने जा रहे हैं, तो एनर्जी एफिशिएंट यानि ऊर्जा दक्ष डिवाइस को प्राथमिकता दें।
ऊर्जा दक्ष उपकरण – शुरुआत में महंगे, लेकिन बाद में सस्ते
एनर्जी स्टार रेटिंग वाले उपकरण शुरुआत में थोड़े महंगे जरूर लग सकते हैं, लेकिन लंबे समय में वे आपकी जेब पर बोझ नहीं डालते। उनके इस्तेमाल से महीने दर महीने बिजली का बिल घटता है।
जितनी ज्यादा स्टार रेटिंग, उतनी ही कम बिजली की खपत। फ्रिज, एसी, वॉशिंग मशीन जैसी चीजें खरीदते वक्त इन बातों का ध्यान रखें।
बस कुछ आदतें बदलनी हैं
आपको बिजली बचाने के लिए कोई बड़ा बदलाव नहीं करना है। सिर्फ इतना करना है कि जब कोई डिवाइस काम में न हो तो उसे बंद कर देना है। प्लग निकालने की आदत डालनी है। थोड़ी सतर्कता से आप न सिर्फ पैसे बचा सकते हैं, बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा में भी योगदान दे सकते हैं।
याद रखिए, छोटी-छोटी चीजें मिलकर बड़ा असर डालती हैं। अगर हर घर में बिजली की बचत को लेकर थोड़ी जागरूकता आए, तो न सिर्फ देश का बिजली संकट कम होगा बल्कि आपका मासिक खर्च भी काफी हद तक घट जाएगा।
आपकी शुरुआत से फर्क पड़ेगा – आज से ही इन आदतों को अपनाइए और देखें बिजली के बिल में फर्क।
क्या आप भी इनमें से कोई गलती करते हैं?