Petrol Diesel Price – अगर आप भी रोज सुबह उठते ही सोचते हैं कि आज पेट्रोल या डीजल की कीमतों में कुछ राहत मिलेगी या नहीं, तो बता दें कि आज 24 अप्रैल को भी पेट्रोल और डीजल की दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बीते कुछ महीनों से कीमतें जस की तस बनी हुई हैं, जिससे आम आदमी को कोई बड़ी राहत महसूस नहीं हो रही है।
कई बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम ऊपर-नीचे होते हैं, लेकिन भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर बनी रहती हैं। इससे लोग हैरान भी हैं और परेशान भी, क्योंकि ना तो दाम बढ़ते हैं और ना ही घटते, बस वैसे के वैसे ही रहते हैं।
कहां कितना है पेट्रोल-डीजल का दाम?
देश के बड़े शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत कुछ इस तरह है:
- दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है।
- मुंबई की बात करें तो वहां पेट्रोल 103.44 रुपये और डीजल 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
- कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 103.94 रुपये और डीजल की 90.76 रुपये प्रति लीटर है।
- चेन्नई में पेट्रोल 100.85 रुपये और डीजल 92.44 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।
इन आंकड़ों से साफ है कि बड़े शहरों में कीमतें थोड़ी ज्यादा हैं, जबकि कुछ छोटे शहरों और राज्यों में थोड़ी कम भी हो सकती हैं।
कीमतें तय कौन करता है?
अब सवाल आता है कि आखिर इन पेट्रोल और डीजल की कीमतों का फैसला कौन करता है? तो इसका जवाब है – भारत की तेल विपणन कंपनियां यानी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां। इसमें इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम जैसी कंपनियां शामिल हैं।
ये कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे तेल की कीमतों की समीक्षा करती हैं। लेकिन बीते कुछ समय से ये समीक्षा तो हो रही है, पर बदलाव नहीं किया जा रहा। बताया जा रहा है कि मार्च 2024 के बाद से देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई संशोधन नहीं किया गया है।
आसान तरीका: जानिए अपने शहर का रेट घर बैठे
अब अगर आप ये जानना चाहते हैं कि आपके शहर में पेट्रोल और डीजल का आज का रेट क्या है, तो उसके लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है। आप मोबाइल से ही चेक कर सकते हैं।
अगर आप इंडियन ऑयल के ग्राहक हैं तो अपने शहर का कोड लिखकर RSP स्पेस देकर 9224992249 नंबर पर SMS भेजिए। वहीं BPCL यानी भारत पेट्रोलियम के ग्राहक RSP लिखकर 9223112222 पर मैसेज भेज सकते हैं। कुछ ही पलों में आपको आपके शहर का लेटेस्ट रेट मिल जाएगा।
लंबे समय से नहीं मिली राहत
तेल की कीमतों में जो ठहराव है, वो आम आदमी के लिए राहत भी है और परेशानी भी। राहत इसलिए क्योंकि दाम नहीं बढ़ रहे, लेकिन परेशानी इसलिए क्योंकि घट भी नहीं रहे। पेट्रोल डीजल की कीमतें अगर कुछ रुपए कम हो जाएं तो हर चीज़ पर असर पड़ता है – ट्रांसपोर्ट सस्ता होता है, फल-सब्जियां सस्ती मिलती हैं और रोजमर्रा की जरूरतें भी थोड़ा आराम देती हैं।
सरकार क्यों नहीं कर रही बदलाव?
अब सवाल यह उठता है कि अगर कच्चे तेल के दाम घटते-बढ़ते रहते हैं, तो सरकार या कंपनियां कीमतें क्यों नहीं घटा रहीं? दरअसल, इसकी वजह टैक्स भी है। केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल-डीजल पर टैक्स लगाकर मोटी कमाई करती हैं। अगर दाम कम किए जाएं तो टैक्स में भी कटौती करनी पड़ेगी, जिससे सरकार की कमाई पर असर पड़ता है।
इसलिए कंपनियां और सरकारें मिलकर ऐसा संतुलन बनाए रखती हैं कि कीमतें स्थिर बनी रहें और कोई बड़ा बदलाव ना करना पड़े।
क्या आगे चलकर मिल सकती है राहत?
फिलहाल तो कीमतों में कोई बदलाव नहीं दिख रहा, लेकिन अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम काफी नीचे आते हैं और सरकार टैक्स में थोड़ी राहत देती है, तो आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल के दाम घट सकते हैं।
पर जब तक ऐसा नहीं होता, तब तक लोगों को यही उम्मीद करनी होगी कि कम से कम दाम बढ़े नहीं। क्योंकि बढ़ती महंगाई में पेट्रोल डीजल का महंगा होना लोगों की जेब पर सीधा असर डालता है।