Home Loan EMI News – आज के दौर में हर व्यक्ति चाहता है कि उसका खुद का एक सुंदर सा घर हो जहां वह अपने परिवार के साथ सुकून से रह सके। लेकिन घर की कीमतें इतनी ज्यादा हो गई हैं कि हर कोई एकमुश्त पेमेंट करके घर नहीं खरीद सकता। ऐसे में लोग होम लोन का सहारा लेते हैं। होम लोन लेने से घर का सपना जरूर पूरा होता है, लेकिन अगर इसे समझदारी से नहीं लिया गया तो यह एक भारी बोझ भी बन सकता है।
होम लोन लेते वक्त सबसे बड़ी गलती क्या होती है
होम लोन लेने वाले अधिकतर लोग एक आम गलती करते हैं। वे सोचते हैं कि बस बैंक से लोन मिल गया, EMI सेट हो गई, अब तो सब कुछ बैंक ही देखेगा और उन्हें बस हर महीने किस्त भरनी है। लेकिन सच्चाई यह है कि होम लोन को लेकर आपकी ज़िम्मेदारी वहीं से शुरू होती है। बहुत सारे लोग EMI को लेकर सतर्क नहीं रहते और बैंक जो भी शर्तें बदलता है, उसे बिना समझे स्वीकार कर लेते हैं।
फ्लोटिंग ब्याज दर का खेल समझें
ज्यादातर होम लोन फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर होते हैं यानी इनकी ब्याज दर समय के साथ ऊपर-नीचे होती रहती है। अगर कभी ब्याज दरें बढ़ जाती हैं तो बैंक आपकी EMI नहीं बढ़ाता बल्कि लोन की अवधि बढ़ा देता है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का लोन 8 प्रतिशत की दर से लिया है तो आपकी मासिक EMI करीब 25 हजार रुपये होगी। लेकिन अगर 5 साल बाद ब्याज दर 11 प्रतिशत हो जाए तो बैंक आपसे कहेगा कि या तो EMI बढ़ा दो या लोन की अवधि बढ़ा देंगे।
लोग क्या करते हैं – EMI बढ़ाने से डरते हैं
ज्यादातर लोग EMI बढ़ाने से कतराते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि महीने का बजट बिगड़ जाएगा। इसलिए वे लोन की अवधि बढ़वा लेते हैं। लेकिन इसका असर यह होता है कि उन्हें कई सालों तक ब्याज देना पड़ता है और कुल लोन राशि बहुत ज्यादा हो जाती है। यानी आप जितना घर के लिए चुकाने वाले थे, उससे लाखों रुपये ज्यादा भर देते हैं।
मान लीजिए ऐसा हुआ तो नुकसान कितना
मान लीजिए आपने EMI नहीं बढ़ाई और बैंक ने लोन की अवधि 15 साल से बढ़ाकर 25 साल कर दी। अब आप उतनी ही EMI देते रहेंगे लेकिन कुल मिलाकर ब्याज में आप 8 से 10 लाख रुपये ज्यादा भरेंगे। और ये केवल ब्याज है, मूल रकम वही रहेगी। यहीं पर लोग सबसे बड़ी गलती कर बैठते हैं।
इससे बचने के आसान और स्मार्ट तरीके
अब सवाल आता है कि इस गलती से कैसे बचा जाए। तो चलिए जानते हैं कुछ आसान और असरदार तरीके:
1. इनकम बढ़ने पर EMI बढ़ाएं
जैसे ही आपकी सैलरी या बिजनेस की इनकम बढ़ती है, तुरंत अपनी EMI में थोड़ा इजाफा कर दें। इससे आपका लोन जल्दी खत्म होगा और ब्याज भी कम लगेगा।
2. हर साल एक एक्स्ट्रा EMI भरें
अगर आप हर साल सिर्फ एक अतिरिक्त EMI भरते हैं तो इससे आपके लोन की अवधि 4 से 5 साल तक कम हो सकती है। सोचिए कितना बड़ा फायदा होगा।
3. ब्याज दरों पर नजर रखें
अगर रिजर्व बैंक रेपो रेट घटा रहा है और बैंक आपको इसका फायदा नहीं दे रहा, तो बैंक से कम ब्याज पर बातचीत करें या फिर बेहतर ब्याज दर वाले बैंक में लोन ट्रांसफर पर विचार करें।
4. होम लोन ट्रांसफर का भी है ऑप्शन
अगर किसी और बैंक में ब्याज दर कम है और आपके लोन की राशि और बाकी शर्तें मैच करती हैं, तो होम लोन को वहां ट्रांसफर करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
5. अवधि बढ़ाने से बचें
ब्याज दर बढ़े तो कोशिश करें कि EMI बढ़ाकर लोन की अवधि को जस का तस रखें। इससे भले अभी जेब पर असर पड़े, लेकिन लंबे समय में लाखों की बचत होगी।
6. पार्ट पेमेंट करते रहें
अगर आपको बोनस, टैक्स रिफंड या अन्य किसी स्रोत से पैसा मिलता है, तो उसका एक हिस्सा होम लोन के प्रिंसिपल अमाउंट में जमा करें। इससे लोन की अवधि और ब्याज दोनों घट जाएंगे।
होम लोन को समझदारी से चुकाएं
होम लोन लेना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है उसे समझदारी से चुकाना। एक छोटी सी गलती आपको लंबे समय तक कर्ज के चक्कर में डाल सकती है। इसलिए लोन लेने से पहले उसकी शर्तें अच्छे से समझें, EMI कैलकुलेट करके अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग करें और ब्याज दरों पर हमेशा नजर रखें।
घर का सपना पूरा करना अच्छी बात है लेकिन उसे कर्ज के जाल में फंसकर पूरा करना समझदारी नहीं है। होम लोन जरूर लें लेकिन EMI को लेकर सतर्क रहें। कोशिश करें कि लोन जल्दी खत्म हो, ताकि आप बाकी जिंदगी शांति से बिता सकें। अगर आप अभी से सही रणनीति अपनाते हैं तो न सिर्फ आपका घर जल्दी आपका होगा, बल्कि आप लाखों रुपये भी बचा सकते हैं।