Asha and Anganwadi New Update – आज के दौर में जब हर चीज़ महंगी होती जा रही है, तब हमारे समाज की वो महिलाएं जो सबसे निचले स्तर पर काम करके लोगों की सेवा करती हैं, उनके लिए सरकार की तरफ से एक राहत भरी खबर आ रही है। हम बात कर रहे हैं आशा और आंगनवाड़ी बहनों की जो दिन-रात बच्चों की देखभाल, महिलाओं की सेहत और पोषण जैसे जरूरी मुद्दों पर काम करती हैं। खबर है कि सरकार इन महिलाओं का मासिक मानदेय ₹10500 तक बढ़ाने पर विचार कर रही है। यह बदलाव सिर्फ पैसे तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि इनके सामाजिक और आत्मिक सम्मान को भी नई ऊंचाई देगा।
Asha और Anganwadi कार्यकर्ताओं की भूमिका कितनी अहम है
शहर हो या गांव, हर जगह आप इन बहनों को काम करते देख सकते हैं। ये महिलाएं न सिर्फ बच्चों को पोषण देती हैं बल्कि गर्भवती महिलाओं की निगरानी, टीकाकरण, बीमारियों की जानकारी और इलाज के लिए जागरूकता फैलाने में भी अहम रोल निभाती हैं। जब-जब देश में कोई स्वास्थ्य अभियान चला है, तो इन बहनों की मेहनत सबसे पहले दिखती है। चाहे कोविड वैक्सीनेशन हो या पोलियो ड्राइव, इनका योगदान हमेशा सामने रहा है।
आंगनवाड़ी बहनों की मुख्य जिम्मेदारियां
- छोटे बच्चों को पौष्टिक आहार देना
- गर्भवती और धात्री महिलाओं की देखरेख करना
- बच्चों के टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होना
- गांव की महिलाओं को स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूक करना
आशा बहनों की अहम भूमिकाएं
- गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुंचाना
- प्रसव पूर्व और बाद की देखभाल में सहयोग करना
- ग्रामीणों को साफ-सफाई और पोषण के महत्व को समझाना
- सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं को ज़मीन पर लागू करना
वर्तमान में कितना मानदेय मिलता है
इन बहनों की मेहनत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे कितनी कम राशि में काम कर रही हैं। आज भी एक आशा या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को जितना मानदेय मिलता है, वह महीने के जरूरी खर्चों के लिए भी नाकाफी है। नीचे तालिका में देखिए वर्तमान स्थिति क्या है।
कार्यकर्ता का वर्ग | मासिक मानदेय | अतिरिक्त प्रोत्साहन | कुल अनुमानित आय |
---|---|---|---|
आशा कार्यकर्ता | ₹2000 – ₹3000 | ₹2000 – ₹3000 | ₹4000 – ₹6000 |
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता | ₹4500 – ₹5000 | ₹1000 – ₹1500 | ₹5500 – ₹6500 |
मिनी आंगनवाड़ी | ₹3000 – ₹3500 | ₹800 – ₹1000 | ₹3800 – ₹4500 |
इस राशि से पूरे महीने का खर्च निकाल पाना वाकई एक चुनौती है। लेकिन अब सरकार कुछ बदलाव करने की तैयारी में है।
सरकार क्या बदलाव करने जा रही है
केंद्र सरकार जल्द ही आशा और आंगनवाड़ी बहनों के मानदेय में इजाफा करने का बड़ा फैसला ले सकती है। प्रधानमंत्री स्तर पर इस प्रस्ताव की समीक्षा चल रही है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले महीनों में इसे मंजूरी मिल सकती है।
बढ़े हुए मानदेय की संभावित राशि
- आशा कार्यकर्ता: ₹7500 – ₹9000
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता: ₹8500 – ₹10500
- मिनी आंगनवाड़ी: ₹6500 – ₹7500
इसका सीधा लाभ उन लाखों महिलाओं को मिलेगा जो अपने घर की जिम्मेदारियों के साथ-साथ समाज के लिए भी कार्य कर रही हैं।
मानदेय बढ़ने से क्या बदलेगा
- आर्थिक आत्मनिर्भरता – महिलाएं अपने खर्च खुद उठाने में सक्षम होंगी
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार – बेहतर मानदेय से काम करने का उत्साह बढ़ेगा
- सामाजिक सम्मान – समाज में इनकी भूमिका को मान्यता मिलेगी
- नए रोजगार के अवसर – नई बहनों को नियुक्त करने का रास्ता खुलेगा
क्या कोई शर्तें भी होंगी
सरकार की तरफ से मानदेय बढ़ाने के साथ कुछ शर्तें भी हो सकती हैं, जैसे –
- हर माह तय संख्या में विजिट्स करना
- बच्चों और गर्भवती महिलाओं की रियल टाइम रिपोर्टिंग
- सरकारी ऐप या पोर्टल पर डेटा एंट्री
- ट्रेनिंग और स्किल अपग्रेडेशन के लिए भागीदारी
इन बहनों का काम सिर्फ एक नौकरी नहीं है बल्कि यह सेवा का रूप है। इनका योगदान न तो टीवी पर दिखता है, न अखबारों में छपता है, लेकिन हर गांव-हर मोहल्ले में इनकी मौजूदगी समाज की रीढ़ बनी हुई है। अगर सरकार इनका मानदेय बढ़ाकर ₹10500 तक करती है तो यह सिर्फ एक आर्थिक फैसला नहीं बल्कि एक सामाजिक क्रांति जैसा होगा।