DA Hike 2025 : हर साल की तरह इस बार भी सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनधारकों को राहत दी है, लेकिन इस बार राहत थोड़ी खास है। महंगाई भत्ते (Dearness Allowance – DA) में सीधा 4% की बढ़ोतरी कर इसे 12% कर दिया गया है। यानी अब सैलरी में और पेंशन में अच्छी-खासी बढ़त देखने को मिलेगी। यह नई दर 1 जुलाई 2025 से लागू होगी।
क्या है महंगाई भत्ता?
सरल भाषा में कहें तो यह एक तरह का एक्स्ट्रा पैसा है जो सरकार अपने कर्मचारियों को देती है ताकि बढ़ती महंगाई का असर उनकी जेब पर कम पड़े। यह भत्ता सीधे उनके मूल वेतन पर जुड़ता है और हर साल दो बार, जनवरी और जुलाई में इसे रिवाइज किया जाता है।
अभी तक कितना था और अब कितना हो गया?
- जनवरी 2024 में DA था 4%
- जुलाई 2024 में बढ़कर हुआ 8%
- अब जुलाई 2025 से यह 12% हो जाएगा
किसे होगा फायदा?
इस फैसले से करीब 50 लाख केंद्र सरकार के कर्मचारी और 60 लाख से ज्यादा पेंशनधारकों को फायदा होगा। साथ ही, कुछ PSU कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिलेगा, अगर उनकी DA व्यवस्था केंद्र सरकार के नियमों पर आधारित है।
कितना बढ़ेगा वेतन?
एक उदाहरण से समझते हैं – अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹30,000 है:
- पहले DA = ₹30,000 × 8% = ₹2,400
- अब DA = ₹30,000 × 12% = ₹3,600
- मतलब ₹1,200 हर महीने ज्यादा, यानी ₹14,400 सालाना एक्स्ट्रा इनकम!
पेंशनभोगियों के लिए क्या मायने?
पेंशन के भरोसे जीने वालों के लिए यह बढ़ोतरी बहुत मायने रखती है। दवा, बिजली बिल, किराना – हर चीज़ महंगी हो रही है, ऐसे में ₹1,000 की भी बढ़ोतरी राहत बन जाती है।
सरकार ने क्यों लिया ये फैसला?
महंगाई बढ़ने के साथ-साथ AICPI (All India Consumer Price Index) भी ऊपर जाता है। सरकार उसी के आंकड़ों के आधार पर DA में बढ़ोतरी करती है ताकि कर्मचारियों की क्रय शक्ति बनी रहे।
निजी क्षेत्र पर असर?
सीधे नहीं, लेकिन हां – कई प्राइवेट कंपनियां सरकारी रुझान देखकर अपने HR पॉलिसी में बदलाव करती हैं, खासकर जब महंगाई और कर्मचारी रिटेंशन की बात आती है।
आपकी जेब में क्या फर्क?
- महीने का बजट थोड़ा बेहतर होगा
- EMI, स्कूल फीस, राशन जैसी चीजों में राहत
- गांव-कस्बों के कर्मचारियों के लिए जीवन-स्तर में सुधार
- एक मौका कि इस एक्स्ट्रा पैसे को सेविंग या इन्वेस्टमेंट में लगाया जा सके
आगे क्या?
जनवरी 2026 में DA की अगली समीक्षा होनी है। जानकारों का मानना है कि अगर AICPI ऐसे ही बढ़ता रहा तो फिर से 3% से 4% की बढ़ोतरी हो सकती है।
अगर आप सरकारी कर्मचारी या पेंशनधारी हैं, तो इस बढ़े हुए पैसे को सोच-समझकर खर्च करें। कुछ हिस्सा सेविंग या आपातकालीन फंड में डालना एक स्मार्ट कदम होगा।