EPFO New Pension Scheme – अगर आप भी प्राइवेट नौकरी करते हैं और रिटायरमेंट के बाद पेंशन की चिंता आपको सताती है तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने अप्रैल 2025 से नई पेंशन स्कीम लागू करने का ऐलान किया है। इस स्कीम के तहत अब प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को भी रिटायरमेंट के बाद ₹9000 तक मासिक पेंशन मिल सकेगी। अभी तक EPS-95 स्कीम के तहत न्यूनतम पेंशन ₹1000 प्रति माह मिलती थी लेकिन अब इसे बढ़ाकर ₹7500 से ₹9000 के बीच कर दिया जाएगा।
नई स्कीम EPS-95 का संशोधित वर्जन है और इसमें कई बड़े बदलाव किए गए हैं। खास बात यह है कि अब न्यूनतम सेवा अवधि 10 साल तय की गई है। यानी अगर आपने 10 साल या उससे ज्यादा काम किया है तो आप इस योजना के तहत पेंशन के हकदार बन जाएंगे। पहले कई लोगों को न्यूनतम पेंशन का फायदा नहीं मिल पाता था लेकिन अब नए नियमों से लाखों कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
नई पेंशन स्कीम के फायदे
नई स्कीम में सबसे बड़ा फायदा आर्थिक सुरक्षा का मिलेगा। अब रिटायरमेंट के बाद आपको ₹9000 तक की मासिक पेंशन मिलेगी जिससे आपकी रोजमर्रा की जरूरतें आसानी से पूरी हो सकेंगी। इसके अलावा महिला कर्मचारियों के लिए भी विशेष लाभ का प्रावधान किया गया है। अगर महिला कर्मचारी 58 वर्ष से पहले विकलांग हो जाती हैं तो उन्हें भी पेंशन का लाभ मिलेगा।
परिवार पेंशन का भी खास ध्यान रखा गया है। अगर कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है तो उसकी पत्नी को जीवनभर 50 प्रतिशत पेंशन और बच्चों को पढ़ाई पूरी होने तक 25 प्रतिशत पेंशन मिलती रहेगी। इसके साथ ही EPFO अब महंगाई भत्ते यानी डीए को भी पेंशन के साथ जोड़ने पर विचार कर रहा है जिससे हर साल पेंशन राशि में 5 से 7 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
नई स्कीम के लिए पात्रता
नई स्कीम का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। सबसे पहली शर्त है कि कर्मचारी ने कम से कम 10 साल नौकरी की हो। यह नौकरी एक ही नियोक्ता के साथ या अलग अलग कंपनियों में मिलाकर हो सकती है। अगर आपने अंशकालिक यानी पार्ट टाइम काम किया है तो भी आपकी नौकरी की अवधि गिनी जाएगी बशर्ते आपका मासिक वेतन ₹15000 से अधिक हो।
पेंशन प्राप्त करने की उम्र 58 वर्ष तय की गई है। अगर कोई कर्मचारी 50 से 58 वर्ष के बीच रिटायर होता है तो उसे कुछ कटौती के साथ पेंशन मिलेगी। इसके अलावा अब वेतन सीमा को भी बढ़ाकर ₹21000 कर दिया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस स्कीम का लाभ उठा सकें।
पेंशन गणना का नया तरीका
पहले पेंशन की गणना इस फॉर्मूले से होती थी कि पिछले 60 महीनों के औसत वेतन को सेवा वर्षों से गुणा कर उसे 70 से विभाजित किया जाता था। उदाहरण के लिए अगर औसत वेतन ₹20000 था और सेवा अवधि 20 साल थी तो पेंशन ₹5714 प्रति माह बनती थी।
नई स्कीम में न्यूनतम पेंशन राशि ₹7500 तय की गई है और ज्यादा सेवा अवधि और ज्यादा वेतन पर पेंशन ₹9000 तक पहुंच सकती है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी कर्मचारी ने 25 साल तक सेवा की है और उसका औसत वेतन ₹21000 है तो उसे ₹9000 प्रति माह पेंशन मिलेगी।
आवेदन प्रक्रिया
इस योजना के तहत पेंशन के लिए आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है।
ऑनलाइन आवेदन के लिए EPFO की वेबसाइट पर जाकर Pension Services सेक्शन में Apply Online विकल्प चुनना होगा। वहां फॉर्म 10D भरना होगा और आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और नौकरी का प्रमाणपत्र अपलोड करना होगा। इसके बाद ओटीपी से वेरिफिकेशन कर सबमिट कर सकते हैं।
अगर आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो नजदीकी EPFO कार्यालय से फॉर्म 10D लेना होगा। इसके साथ आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक पासबुक और नौकरी का प्रमाणपत्र अटैच करना होगा। सभी दस्तावेज जमा करने के बाद आपको पेंशन भुगतान आदेश यानी PPO जारी किया जाएगा।
जरूरी दस्तावेज
नई पेंशन स्कीम का लाभ लेने के लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे जैसे आधार कार्ड, बैंक अकाउंट पासबुक जिसमें IFSC कोड और अकाउंट नंबर स्पष्ट हो, नौकरी का प्रमाणपत्र जैसे फॉर्म 10C और 10D, अंतिम 5 वर्षों की वेतन पर्ची और पासपोर्ट साइज फोटो।
पेंशन भुगतान की प्रक्रिया
आवेदन स्वीकृत होने के बाद PPO नंबर जारी किया जाएगा और उसके बाद हर महीने की पहली तारीख को आपके बैंक खाते में पेंशन राशि जमा कर दी जाएगी। हर साल नवंबर महीने में आपको जीवन प्रमाणपत्र यानी जीवन प्रमाण देना अनिवार्य होगा ताकि आपकी पेंशन लगातार मिलती रहे।
अगर किसी कारणवश पेंशन नहीं आती है तो EPFO के ग्रीवेंस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं या 1800 118 005 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
EPFO के भविष्य के प्लान
EPFO की योजना है कि 2026 तक गिग वर्कर्स यानी स्विगी, जोमैटो, ओला जैसी कंपनियों के डिलीवरी और ड्राइवर पार्टनर्स को भी पेंशन योजना के दायरे में लाया जाए। इसके अलावा डिजिटल पेंशन पासबुक भी लाने की तैयारी है ताकि पेंशनर्स अपने पेंशन डिटेल्स को मोबाइल ऐप से कभी भी ट्रैक कर सकें।
सरकार अकाल रिटायरमेंट की सुविधा भी देने पर विचार कर रही है जिसके तहत अगर कोई कर्मचारी 50 वर्ष की उम्र में रिटायर होता है तो उसे 80 प्रतिशत पेंशन मिल सकेगी।
कुल मिलाकर देखा जाए तो EPFO की यह नई पेंशन स्कीम प्राइवेट नौकरीपेशा लोगों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है। अब सरकारी कर्मचारियों की तरह प्राइवेट कर्मचारी भी रिटायरमेंट के बाद सम्मानजनक जीवन जी सकेंगे। हां जागरूकता की कमी और दस्तावेजी प्रक्रिया में देरी जैसी कुछ चुनौतियाँ जरूर हैं लेकिन सरकार अगर सही ढंग से प्रचार प्रसार करे तो इसका फायदा देश के लाखों कर्मचारियों को मिल सकता है।
ध्यान रहे कि आवेदन या स्कीम से जुड़ी कोई भी जानकारी केवल आधिकारिक वेबसाइट या EPFO कार्यालय से ही लें। किसी भी फर्जी लिंक या एजेंट के झांसे में न आएं।